प्राकृतिक संसाधन

प्राकृतिक संसाधनों की श्रेणी में उन्हीं चीज़ों को रखा जाता है जिनके बनाने में मानव का कोई योगदान नहीं है। यह केवल उन्हें अपने प्राकृतिक संदर्भ से अलग करता है। उदाहरण के लिए जंगल से काटकर लाए गए लकड़ी को हम प्राकृतिक संसाधन मान सकते हैं मगर कपास जिसे मानव उगाता है. को नहीं। इसी तरह हम धरती के भीतर से निकाले गए लौह अयस्क को प्राकृतिक संसाधन मानेंगे मगर उसी अयस्क से मानव द्वारा निर्मित इस्पात को नहीं।

आप इनमें से किसे प्राकृतिक संसाधन मानेंगे कारण सहित चर्चा करेंः-

नदी का पानी, बोतल में बंद मिनरल वाटर, डीजल, सिलेंडर में मरा ऑक्सीजन, खनिज तेल, संगमरमर, मुर्गा, गन्ना

प्राकृतिक संसाधन को अलग-अलग तरीकों से वर्गीकृत किया जाता है। जो संसाधन जीवों पर आधारित हैं उन्हें ‘जैविक संसाधन कहते हैं. जैसे लकड़ी, मछली, आदि। कोयला और खनिज तेल को भी इसी श्रेणी में रखा जाता है क्योंकि वे मृत जीवों से बनते हैं।

दूसरी ओर जो निर्जीव भौतिक संसाधन हैं जैसे. भूमि, वायु, जल, घात्विक खनिज, आदि को अजैविक संसाधन कहते हैं।

संसाधनों को एक और आधार पर वर्गीकृत किया जाता है यह देखकर कि ये संसाधन प्रकृति में लगातार बनते जाते हैं या नहीं। जो संसाधन प्राकृतिक तौर पर बनते रहते हैं उन्हें ‘नवीकरणीय संसाधन कहते हैं और जो सीमित मात्रा में ही उपलब्ध हैं और आसानी से नहीं बनते उन्हें अनवीकरणीय संसाधन कहते हैं।

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